बाबू लाइन दुर्गा पूजा, 99वें वर्ष में ‘दीघा गेट’ बना आकर्षण का केंद्र
,✍️ रघुनाथ प्रसाद साहू/9434243363
पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर शहर में दुर्गा पूजा की रौनक अपने चरम पर है। शहर के पुराने और प्रतिष्ठित पूजाओं में से एक, बाबू लाइन सार्वजनीन दुर्गोत्सव समिति इस वर्ष अपना 99वां वार्षिकोत्सव मना रही है। इस विशेष अवसर पर, उन्होंने अपने पंडाल की थीम ‘दीघा गेट’ रखी है, जिसने श्रद्धालुओं और दर्शकों के बीच भारी उत्साह पैदा कर दिया है।
पूजा समिति के प्रमुख सदस्य, श्री उदयन घोष (बप्पा) ने बताया कि पंडाल का यह विचार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रेरणा से बने दीघा के नए और भव्य प्रवेश द्वार पर आधारित है। उन्होंने कहा, “हम दीघा के उसी शानदार प्रवेश द्वार की प्रतिकृति को अपने पंडाल के माध्यम से शहर के लोगों के सामने प्रस्तुत करना चाहते थे।”
भव्य बजट और प्रसिद्ध मूर्तिकार:
इस साल की लागत 16 लाख 50 हजार रुपये बताई जा रही है। पंडाल की भव्यता के साथ-साथ यहाँ की मूर्ति भी बेहद खास है। इसे कोलकाता के प्रसिद्ध कुम्हारटोली के कलाकार श्री प्रदीप रुद्र पाल ने तैयार किया है, जिनकी कलाकृति हमेशा से ही चर्चा का विषय रही है।
99 वर्षों की शानदार परंपरा:
श्री घोष ने समिति की लंबी विरासत पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “अगले वर्ष हमारी पूजा 100 साल की हो जाएगी। यह पूजा सभी के सामूहिक प्रयासों का ही परिणाम है।” उन्होंने क्लब के सचिव श्री बुम्बा और अध्यक्ष श्री रण सहित सभी सदस्यों के योगदान की सराहना की।
पूजा का औपचारिक उद्घाटन जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) द्वारा किया गया। आयोजकों ने बताया कि वे केवल उत्सव ही नहीं, बल्कि सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। समिति ने हाल ही में जरूरतमंदों के बीच वस्त्र वितरित किए हैं और भविष्य में भी इस तरह के और भी जनकल्याणकारी कार्य करने की योजना है।