मिदनापुर में ईडी का छापा: कौन हैं सौरव राय? एक नजर






मिदनापुर, 8 सितम्बर 2025 — Enforcement Directorate (ED) ने आज सुबह मिदनापुर के जमुनाबाड़ी इलाके में प्रतिष्ठित व्यवसायी सौरोव राय के घर पर छापा मारा। इस कार्रवाई की मुख्य वजह कथित अवैध बालू खदान और बालू तस्करी से जुड़े वित्तीय व्यवहारों की जांच बताई जा रही है।




बचपन से संघर्ष, अब पहुंच बिजनेस की ऊंचाइयों तक:

सौरोव राय ने बचपन में ही पिता को खो दिया था। शुरू में उन्होंने खुद को खड़ा करने के लिए ठेकेदारी के कारोबार से शुरुआत की और फिर बालू व्यवसाय में आकर उनकी तरक्की और तेज़ हो गई। बीते 2-3 वर्षों में उन्होंने वैध खदान लीज के जरिए बड़े पैमाने पर व्यवसाय संभाला, जिससे मिदनापुर, लालगढ़ समेत अन्य स्थानों पर उनके कई आलीशान मकान बने।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वे सिर्फ संपन्न व्यवसायी ही नहीं हैं, बल्कि सामाजिक कार्यों और दान-धर्म में भी सक्रिय हैं। इसके अलावा, राजनेता वर्ग से उनके अच्छे संबंधों के कारण उनकी पहचान प्रमुख व्यापारियों में होती है।
ईडी का छापा और जांच का सिलसिला:
सुबह लगभग 8 बजे, ED की टीम तीन गाड़ियों में सवार होकर उनके घर पहुंची। CRPF के जवानों ने घर को घेर लिया और लगभग दो घंटे तक तलाशी जारी रही। सौरोव राय इस दौरान घर पर नहीं थे, लेकिन उनकी मां, पत्नी और अन्य परिवारजन मौजूद थे। जांच का उद्देश्य बताया जा रहा है कि वैध व्यवसाय का आवरण बनाकर कोई अवैध गतिविधि तो नहीं हो रही थी।
इस कार्रवाई के तहत, राज्य के कई हिस्सों—जैसे मिदनापुर, झाड़ग्राम और कोलकाता—में कुल 22 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया है, जिनमें अन्य बालू व्यापारी, ट्रक मालिक और बीमा कर्मियों के घर भी शामिल हैं। जांच की दिशा अवैध वित्तीय लेन-देन और काले धन की संभावित स्रोत पहचान की ओर है।
संक्षेप में:-
सौरोव राय मिदनापुर के एक प्रभावशाली बालू व्यवसायी हैं, जिन्होंने ठेकेदारी से अपने कारोबार की शुरुआत की थी और अब संपन्नता की बुलंदी पर हैं।
उनके खिलाफ आज ED ने बालू खदान और तस्करी से जुड़े अवैध वित्तीय लेन-देन के संदेह में कार्रवाई की।
22 स्थानों पर एक साथ छापे मारकर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या वैध कारोबार के पीछे कोई काला कारोबार छुपा हुआ है।
