दृष्टिहीनों व वृद्धाश्रम निवासियों को दुर्गा पूजा भ्रमण कराया प्रशासन ने
पश्चिम मेदिनीपुर, सितंबर 2025 — दुर्गा पूजा केवल भक्ति और आस्था का पर्व नहीं, बल्कि सामाजिक समावेशिता का प्रतीक भी है। इसी भावना को साकार करते हुए घाटाल महकमा प्रशासन ने एक सराहनीय कदम उठाया। प्रशासन ने दृष्टिहीन छात्रों और वृद्धाश्रम के निवासियों को दुर्गोत्सव का प्रत्यक्ष अनुभव कराने के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया।
विशेष बस और दर्शन यात्रा:
महा षष्ठी के दिन प्रशासन की ओर से एक विशेष बस की व्यवस्था की गई, जिसमें करीब 100 लोगों को विभिन्न पंडालों और प्रतिमाओं का दर्शन कराया गया। इसमें लगभग 50 दृष्टिहीन छात्र और 50 वृद्धाश्रम निवासी शामिल थे। रंग-बिरंगे पंडाल, प्रकाश सज्जा और मां दुर्गा की भव्य प्रतिमाएं देखकर सबके चेहरे पर खुशी और संतोष झलक उठा।
अधिकारियों का संदेश:
घाटाल के एसडीओ सुमन विश्वास ने बताया कि वृद्धाश्रम के निवासियों के लिए बाहर जाकर पूजा देखना संभव नहीं होता, वहीं दृष्टिहीन छात्रों के लिए भी ऐसे अवसर दुर्लभ होते हैं। उन्होंने कहा, “हमारी कोशिश है कि समाज के हर वर्ग को त्योहार की खुशी महसूस कराने का अवसर मिले।”
लोगों की भावनाएँ:
इस पहल से लाभान्वित लोग बेहद उत्साहित दिखे। वृद्धाश्रम की कई महिलाओं ने कहा कि वर्षों बाद उन्हें फिर से पंडालों और प्रतिमाओं का आनंद लेने का मौका मिला। वहीं छात्रों के लिए यह अनुभव विशेष रूप से भावनात्मक रहा।
सामाजिक संदेश:
प्रशासन की यह पहल न केवल संवेदनशीलता का परिचायक है, बल्कि समाज में समानता और समावेशिता का संदेश भी देती है। इससे साबित होता है कि सामूहिक प्रयास से हर वर्ग को त्योहार की खुशियों में शामिल किया जा सकता है।