खड़गपुर महिला थाने की पहल: असहाय बच्चों के लिए ‘किशलय’ पाठशाला की शुरुआत






शिक्षक दिवस के अवसर पर खड़गपुर महिला थाने ने समाज के असहाय और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों के लिए एक सराहनीय कदम उठाया है। शुक्रवार को थाना परिसर में निःशुल्क पाठशाला ‘किशलय’ का उद्घाटन किया गया। इस पाठशाला की शुरुआत पश्चिम मेदिनीपुर जिला पुलिस की सलाह पर की गई है, जिसका उद्देश्य वंचित बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना है।




इस पाठशाला में बच्चों को केवल पढ़ाई ही नहीं, बल्कि उनके सांस्कृतिक और मानवीय विकास के लिए नृत्य, गायन, चित्रकला जैसी रचनात्मक गतिविधियों की शिक्षा भी दी जाएगी।

इस अभियान में पार्वती चैरिटेबल ट्रस्ट ने महिला थाने का सहयोग किया है। ट्रस्ट की ओर से 10 शिक्षिकाएं बच्चों को पढ़ाने के लिए आगे आई हैं। इसके अलावा महिला थाने की महिला कांस्टेबल भी इस प्रयास में शामिल होंगी। यहाँ बच्चों को गणित, हिंदी, संस्कृत जैसे विषयों के साथ-साथ नृत्य और चित्रकला भी सिखाई जाएगी।

महिला थाने की प्रभारी अधिकारी प्रतिभा हलधर ने कहा,
“यह पहल उन बच्चों के लिए है जो स्कूल में दाखिला नहीं ले पाए या पढ़ाई बीच में छोड़ चुके हैं। खड़कपुर शहर में कई छोटे बच्चे गलत राह पकड़ लेते हैं और नशे की लत में पड़ जाते हैं। ऐसे बच्चों को शिक्षा की रोशनी से जोड़ना ही इस पहल का उद्देश्य है।”
इस पाठशाला का नाम ‘किशलय’ इसलिए रखा गया है क्योंकि छोटे बच्चे कच्ची पत्तियों की तरह कोमल और मासूम होते हैं, जिन्हें सही मार्गदर्शन की जरूरत होती है।
फिलहाल इस पाठशाला में लगभग 30–40 बच्चे नामांकित हुए हैं। सोमवार से शुक्रवार शाम 4 बजे से 6 बजे तक नियमित कक्षाएं होंगी। शनिवार को नृत्य, गायन और चित्रकला जैसी विशेष कक्षाएं आयोजित की जाएंगी, जबकि रविवार को अवकाश रहेगा।
पार्वती चैरिटेबल ट्रस्ट के रूद्र ने कहा, खड़गपुर थाना परिसर में ही बच्चों
“यह कदम बेहद सराहनीय है। इस पहल से समाज के पिछड़े वर्ग के बच्चों को नई दिशा और शिक्षा मिलेगी। हमारा ट्रस्ट इस अभियान में पूरी तरह सहयोग करेगा।”
खड़गपुर महिला थाना और पार्वती चैरिटेबल ट्रस्ट का यह संयुक्त प्रयास न केवल शिक्षा बल्कि बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
