नाबालिग से दुराचार मामले में शख्स को तीन दिनों की पुलिस हिरासत






पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर जिले के सबंग क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। एक 42 वर्षीय व्यक्ति को अपनी ही नौ वर्षीय परिजन के साथ पिछले दो वर्षों से कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह घटना न केवल जघन्य अपराध की ओर इशारा करती है, बल्कि समाज में मासूमों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल भी उठाती है।




पीड़िता, जो तीसरी कक्षा की छात्रा है, ने इस भयावहता को दो साल तक चुपचाप सहा। आरोपी, जिसकी पहचान लालू खान के रूप में हुई है, ने कथित तौर पर बच्ची को जान से मारने की धमकी दी थी, अगर उसने इस बारे में किसी को बताया। इस क्रूर धमकी ने मासूम को अपनी आपबीती किसी से साझा करने से रोक दिया था, और वह लगातार शारीरिक और मानसिक यातना सहती रही।

हालांकि, दर्द और डर की सीमाएं जब टूट गईं, तो बच्ची ने हिम्मत जुटाकर अपनी मां को आपबीती बताई। यह जानकारी मिलते ही परिवार सदमे में आ गया और उन्होंने तुरंत सबंग पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की और सोमवार रात को ही आरोपी लालू खान को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस तत्परता की इलाके में सराहना हो रही है।

गिरफ्तारी के बाद, आरोपी को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया और फिर मिदनापुर सीजीएम कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है, ताकि मामले की गहनता से जांच की जा सके और सबूत जुटाए जा सकें। जांच अधिकारी इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इस अपराध में कोई और भी शामिल है या आरोपी ने इसी तरह के और भी अपराध किए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी का आपराधिक इतिहास रहा है, जो इस मामले को और भी गंभीर बना देता है।
पीड़िता की मां ने अपनी बेटी के साथ हुए इस अन्याय पर गहरा दुख व्यक्त किया है और आरोपी के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग की है। उन्होंने कहा, “मेरी बेटी ने जो कुछ भी सहा है, उसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता। हम चाहते हैं कि अपराधी को ऐसी मिसाल वाली सजा मिले, ताकि कोई और इस तरह का जघन्य अपराध करने की हिम्मत न करे।” उन्होंने पुलिस का धन्यवाद भी किया है, जिन्होंने त्वरित कार्रवाई कर अपराधी को सलाखों के पीछे पहुंचाया।
सबंग पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे इस मामले में न्याय सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे। वे जांच को पूरी पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ा रहे हैं, और उम्मीद है कि जल्द ही पीड़िता को न्याय मिलेगा।
