टीएमसी नेताओं ने पुलिस को सौंपा ज्ञापन, सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील, की रैली





खड़गपुर शहर में पिछले दिनों से जारी तनाव के बीच आज तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के स्थानीय नेतृत्व ने पुलिस प्रशासन से मुलाकात की। नेताओं ने शहर की शांति व्यवस्था को भंग करने की कोशिशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए खड़गपुर टाउन थाना प्रभारी (I.C.) को एक लिखित ज्ञापन सौंपा है।



क्या है पूरा मामला?

मिली जानकारी के अनुसार, यह विवाद 15 दिसंबर 2025 को खड़गपुर स्टेशन के पास ‘माल गोदाम’ इलाके में हुई एक हिंसक घटना से शुरू हुआ था। इस घटना में ‘उदय’ नामक एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसकी बाद में ओडिशा के भुवनेश्वर में इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मृतक खुद पुलिस विभाग में कार्यरत था।
टीएमसी नेता सुजय हजरा ने मांग की है कि:
इस मामले में शामिल सभी अपराधियों को बिना किसी राजनीतिक भेदभाव के तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
दोषियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
शहर के सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की साजिश रचने वालों पर नजर रखी जाए।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
स्थानीय टीएमसी नेताओं ने भाजपा और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी पर पलटवार किया है। टीएमसी का आरोप है कि शुभेंदु अधिकारी इस दुखद घटना को राजनीतिक और सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। नेताओं ने स्पष्ट किया कि आरोपी किसी भी धर्म या दल के हों, उन्हें सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी दावा किया कि घटना में शामिल कुछ संदिग्धों का संबंध पहले से ही भाजपा की विभिन्न इकाइयों से रहा है।
शांति बनाए रखने की अपील
ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में रबि शंकर पांडे, जहर लाल पाल और कल्याणी घोष सहित अन्य प्रमुख नेता शामिल थे। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो वे लोकतांत्रिक तरीके से अपना विरोध प्रदर्शन तेज करेंगे। फिलहाल पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
टीएमसी की ओर से आज नीमपुरा में रैली भी निकाली गई।
