धरती की ओर तेज़ी से बढ़ रहा ‘सिटी किलर’ क्षुद्रग्रह, वैज्ञानिकों में बढ़ी चिंता






एक विशाल क्षुद्रग्रह, जिसे विशेषज्ञों ने ‘सिटी किलर’ नाम दिया है, वर्तमान में पृथ्वी की ओर तेज़ गति से बढ़ रहा है। इस अंतरिक्षीय पिंड का नाम 2024 YR4 रखा गया है, और वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह 22 दिसंबर 2032 को पृथ्वी के बेहद करीब से गुजर सकता है।




क्या है ‘सिटी किलर’?

यह क्षुद्रग्रह आकार में करीब 40 से 90 मीटर चौड़ा है – यानी लगभग एक फुटबॉल मैदान जितना। वैज्ञानिकों के अनुसार, यदि यह पृथ्वी से टकराता है, तो यह एक पूरे शहर को तबाह करने की क्षमता रखता है।
कितनी है टकराने की संभावना?
प्रारंभिक गणनाओं में इसके टकराने की संभावना लगभग 3.1% बताई गई थी, लेकिन हाल की समीक्षा में यह घटकर लगभग 0.28% रह गई है। हालांकि यह प्रतिशत बहुत कम है, फिर भी वैज्ञानिक इस पर लगातार नजर बनाए हुए हैं क्योंकि इसका असर विनाशकारी हो सकता है।
कितनी हो सकती है तबाही?
अगर यह क्षुद्रग्रह पृथ्वी से टकराता है, तो यह लगभग 8 मेगाटन टीएनटी के बराबर ऊर्जा छोड़ सकता है – जो कि हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम से कई गुना अधिक है। इसका असर किसी बड़े शहर को पूरी तरह नष्ट कर सकता है।
वैज्ञानिक क्या कर रहे हैं?
दुनियाभर की अंतरिक्ष एजेंसियां इस क्षुद्रग्रह की कक्षा, गति और दिशा पर लगातार निगरानी कर रही हैं। आधुनिक दूरबीनों और टेलीस्कोपों की मदद से इसके मार्ग का बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है ताकि किसी भी संभावित खतरे से पहले सावधानी बरती जा सके।
जनता को घबराने की नहीं, सतर्क रहने की जरूरत
भविष्य में इस तरह के क्षुद्रग्रहों से पृथ्वी की रक्षा के लिए अंतरिक्ष एजेंसियां पहले से ही योजनाएं बना रही हैं। इस समय टकराव की संभावना बेहद कम है, लेकिन वैज्ञानिक सतर्क हैं। आम जनता को घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन अंतरिक्ष से जुड़े इन संभावित खतरों के बारे में जागरूक रहना आवश्यक है।
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नोट: यह लेख एक वैज्ञानिक विश्लेषण पर आधारित है और इसमें प्रस्तुत जानकारी आधिकारिक अंतरिक्ष पर्यवेक्षण एजेंसियों के अनुमान और गणनाओं पर आधारित है।
