अहमदाबाद विमान हादसा: एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 में 242 में से 240 की मौत, दो ही बचे ज़िंदा – जानिए हादसे की पूरी कहानी






12 जून 2025:




भारतीय उड्डयन इतिहास की सबसे भयानक घटनाओं में से एक, अहमदाबाद में बुधवार तड़के एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 का भीषण हादसा हुआ। बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान, जो लंदन गैटविक के लिए रवाना हुआ था, टेक-ऑफ के महज कुछ ही मिनट बाद शहर के मेघानीनगर इलाके में स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल और मेस भवन पर गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

✈️ हादसे का समय और स्थान:
यह विमान रात 1:39 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरा था। टेक-ऑफ के बाद पायलट द्वारा तत्काल MAYDAY कॉल भेजा गया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि विमान में गंभीर तकनीकी खराबी उत्पन्न हो गई है। कुछ ही क्षणों में विमान, शहर के व्यस्त इलाके में स्थित हॉस्टल इमारत पर जा गिरा, जिसमें मेडिकल कॉलेज के कई छात्र उस समय मौजूद थे।
👥 कितने लोग थे सवार?
इस फ्लाइट में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 चालक दल सदस्य शामिल थे।
169 यात्री भारतीय नागरिक थे
53 ब्रिटिश नागरिक,
7 पुर्तगाली,
1 कनाडाई नागरिक भी शामिल थे।
इस फ्लाइट में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उनकी पत्नी भी मौजूद थे। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, सभी यात्री और क्रू के लगभग 240 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। केवल दो लोग जीवित बचे हैं, जिनमें एक ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार का नाम सामने आया है, जो विमान की सीट 11A पर बैठे थे।
🏥 मेडिकल कॉलेज पर गिरा विमान:
हादसा और भी भयावह हो गया जब यह विमान सीधे बीजे मेडिकल कॉलेज के इंटर्न हॉस्टल और मेस पर गिरा। इस समय हॉस्टल में 30 से अधिक छात्र थे, जिनमें से 20 के गंभीर रूप से घायल होने या मौत की पुष्टि की जा रही है। इमारत में आग लगने से कई छात्र फंसे गए, और आस-पास की इमारतों में भी नुकसान पहुंचा।
🆘 राहत और बचाव कार्य:
विमान के गिरने के बाद मौके पर एनडीआरएफ, सीआरपीएफ, दमकल विभाग, और स्थानीय पुलिस की टीमें पहुंचीं। करीब 100 से ज्यादा राहतकर्मी तुरंत मलबा हटाने और लोगों को बचाने में जुट गए।
एयर इंडिया ने हादसे में प्रभावित यात्रियों के परिवारों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 1800 5691 444 भी जारी किया है।
🗣️ अधिकारियों की प्रतिक्रिया:
हादसे के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक जताया। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर लिखा, “अहमदाबाद की विमान दुर्घटना अत्यंत दुखद है। हम हर संभव मदद देंगे।”
नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने भी हादसे की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।
अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर जी.एस. मलिक ने जानकारी दी कि अब तक 204 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि 41 घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है।
📉 तकनीकी कारण या मानवीय त्रुटि?
फ्लाइट AI-171 के हादसे के पीछे के कारणों को लेकर फिलहाल कोई स्पष्टता नहीं है, लेकिन DGCA ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। टेक-ऑफ के दौरान हुई ये दुर्घटना कई सवाल खड़े कर रही है, क्योंकि टेक-ऑफ और लैंडिंग दो सबसे संवेदनशील विमानन क्षण होते हैं।
2020 में कोझिकोड एयर इंडिया एक्सप्रेस दुर्घटना के बाद यह सबसे बड़ा हादसा माना जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस हादसे में तकनीकी गड़बड़ी, पायलट की प्रतिक्रिया और ATC संचार का बड़ा रोल हो सकता है।
🌐 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
इस हादसे में विदेशी नागरिकों के शामिल होने के कारण, ब्रिटेन, पुर्तगाल और कनाडा ने भारत सरकार से तुरंत रिपोर्ट मांगी है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने ट्विटर पर हादसे को “अत्यंत दुखद” बताते हुए भारत के प्रति संवेदना व्यक्त की।
🕯️ राष्ट्रव्यापी शोक:
इस भयावह दुर्घटना के बाद पूरे देश में शोक की लहर है। अहमदाबाद और गुजरात सरकार ने गुरुवार को राजकीय शोक घोषित किया है। सोशल मीडिया पर मृतकों को श्रद्धांजलि देने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
🔍 निष्कर्ष
यह दुर्घटना न केवल भारतीय नागरिक उड्डयन के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक गहरा घाव है। जिस तरह से एक आधुनिक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर हादसे का शिकार हुआ, वह कई प्रश्नों को जन्म देता है। एयर इंडिया, DGCA और अंतरराष्ट्रीय विमानन संगठनों के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती है — ऐसी त्रासदियों से भविष्य को बचाना।
(यह रिपोर्ट समाचार स्रोतों के आधार पर तैयार की गई है और इसमें मौलिक लेखन है ताकि कोई कॉपीराइट उल्लंघन न हो।)
