जापान ओपन बैडमिंटन 2025: फाइनल मुकाबलों में चमके भारतीय सितारे






टोक्यो में आज टूर्नामेंट का समापन, सिंधु, लक्ष्य सेन और चिराग-सात्विक की जोड़ी पर सबकी निगाहें




टोक्यो: बैडमिंटन प्रेमियों के लिए आज का दिन बेहद खास रहा क्योंकि जापान ओपन 2025 का शानदार समापन टोक्यो में हुआ। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में दुनिया भर के बेहतरीन खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने विशेष रूप से सभी का ध्यान खींचा। पीवी सिंधु, लक्ष्य सेन, और चिराग शेट्टी-सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की युगल जोड़ी फाइनल मुकाबलों में भारत का प्रतिनिधित्व करते नजर आए।

पीवी सिंधु की वापसी पर नजर:
ओलंपिक पदक विजेता और भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु इस टूर्नामेंट में शानदार लय में नजर आईं। चोट और फॉर्म में गिरावट के बाद सिंधु ने यहां दमदार वापसी की। उन्होंने पहले राउंड से लेकर सेमीफाइनल तक अपने विपक्षियों को आसानी से हराया और फाइनल में जगह बनाई। जापान की खिलाड़ी के खिलाफ खेले गए फाइनल में उन्होंने पूरा दमखम दिखाया, हालांकि मैच बेहद करीबी रहा।
लक्ष्य सेन का आत्मविश्वास से भरा प्रदर्शन:
युवा भारतीय खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने भी टूर्नामेंट में जबरदस्त प्रदर्शन किया। उनकी आक्रामक शैली और तेज मूवमेंट ने दर्शकों को खूब रोमांचित किया। क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में लक्ष्य ने चीन और डेनमार्क के खिलाड़ियों को शिकस्त दी। फाइनल मुकाबले में उन्होंने इंडोनेशिया के शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ी के खिलाफ चुनौती पेश की। हालांकि उन्हें कड़ी टक्कर मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और पूरे मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया।
चिराग-सात्विक: युगल में भारत की उम्मीद:
भारत की शीर्ष युगल जोड़ी चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी ने फिर साबित कर दिया कि वे विश्व स्तर पर किसी से कम नहीं हैं। उन्होंने सेमीफाइनल में मलेशिया की मजबूत जोड़ी को हराकर फाइनल में प्रवेश किया। फाइनल मुकाबला काफी रोमांचक रहा, जहां हर सेट में प्वाइंट दर प्वाइंट कड़ा मुकाबला देखने को मिला। युगल वर्ग में उनकी रसायन और तालमेल ने भारतीय प्रशंसकों को गौरव महसूस कराया।
रैंकिंग अंक और ओलंपिक की तैयारी:
जापान ओपन में मिला यह अनुभव भारतीय खिलाड़ियों के लिए आगामी ओलंपिक 2028 की तैयारी के लिहाज से अहम माना जा रहा है। इस टूर्नामेंट से मिले रैंकिंग पॉइंट्स खिलाड़ियों की विश्व रैंकिंग में सुधार करेंगे और बड़े टूर्नामेंटों में उन्हें बेहतर सीडिंग दिलाने में मदद करेंगे।
भारत की बैडमिंटन शक्ति को नई ऊर्जा:
जापान ओपन 2025 के फाइनल्स में भारतीय खिलाड़ियों की मौजूदगी ने यह साफ कर दिया है कि भारत अब बैडमिंटन के क्षेत्र में एक मजबूत ताकत बनकर उभर रहा है। चाहे एकल हो या युगल, भारत के पास अब ऐसे खिलाड़ी हैं जो दुनिया के किसी भी खिलाड़ी को टक्कर देने की क्षमता रखते हैं।
