दीघा में शुरू हुई ‘यात्री साथी’ ऐप-कैब सेवा — अतिरिक्त पैसे और झंझट के बिना सुरक्षित यात्रा
पारंपरिक टैक्सी, टोटो व आटो रेंटल में हो रहे अतिरिक्त शुल्क और असुविधाओं को समाप्त करते हुए दिघा में “यात्री साथी” (Yatri Sathi) ऐप-कैब सेवा की शुरुआत की गई है। यह सुविधा बुधवार, 27 अगस्त 2025 को पुलिस अधीक्षक सौम्यदीप भट्टाचार्य ने गणेश चतुर्थी के एक समारोह में औपचारिक रूप से लॉन्च की ।
क्या है ‘यात्री साथी’?
यह सेवा पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा विकसित एक एप्लिकेशन-आधारित कैब बुकिंग प्रणाली है, जिसका उद्देश्य यात्रा को सस्ता, सुरक्षित और परेशानी-मुक्त बनाना है । अब यह सुविधा अब तक केवल कोलकाता में लागू थी, लेकिन अब दीघा, मंदारमनि और ताजपुर सहित आसपास के पर्यटन इलाकों में भी उपलब्ध है ।
ढंग और विशेषताएँ:
ऑटो और टैक्सी दोनों के लिए उपलब्ध: चाहे ऑटो हो या टैक्सी, दोनों में इस ऐप का इस्तेमाल संभव है ।
250 वाहन प्रारंभिक रूप से जुड़े: सेवा की शुरुआत में लगभग 250 वाहन प्रणाली से जुड़े हुए हैं, जिनके किराए पहले से तय किए गए हैं—इससे अतिरिक्त शुल्क की संभावना समाप्त होती है ।
अपनी लोकेशन से बुक करें: किसी भी स्थान से, अपने रहने या घूमने की जगह से ही स्मार्टफ़ोन पर बुकिंग करें—ड्राइवर वहीँ पहुंच जाएगा ।
पुलिस द्वारा निगरानी: ट्रैफिक और सुरक्षा के मद्देनज़र इस क्षेत्र में पाँच विशेष मोटर-बाइक तैनात की गई हैं, जो टिकटिंग और ट्रैफिक नियंत्रण में मदद करेंगी ।
शिकायत की सुविधा: यदि तय किराए से अधिक वसूली होती है, तो ऐप में शिकायत दर्ज कराकर प्रशासन कार्रवाई कर सकता है ।
क्या लाभ हैं यात्रियों के लिए?
किराए में पारदर्शिता: तय उपयोगिता दरों से अतिरिक्त शुल्क की आशंका समाप्त।
सुरक्षा और निगरानी: पुलिस की मौजूदगी और निगरानी से यात्रा अधिक सुरक्षित।
प्रवेश-सुविधा: किसी भी स्थान से बुकिंग संभव, जगह-जगह जाने में आसानी।
पर्यटन वृद्धि में सहारा: स्थानीय पर्यटन स्थलों तक पहुँच सुरक्षित और सुविधाजनक।
राज्यव्यापी पहल के हिस्से के रूप में:
‘यात्री साथी’ ऐप की शुरुआत पहले कोलकाता हवाई अड्डे और शहर में हुई थी। इस प्लेटफॉर्म पर अब तक बड़े पैमाने पर टैक्सियाँ, डिजिटली बस टिकटिंग सुविधाएं और सुरक्षा बटन जैसे फीचर जोड़े गए हैं । अब इसे सेतु की तरह तीघा जैसे पर्यटनस्थलों तक लाया गया है।
इस नई सेवा से यात्रियों को उम्मीद रहेगी कि दिघा की यात्रा अब और सुविधाजनक, पारदर्शी और सुरक्षित हो जाएगी। यदि आप चाहें तो मैं इस विषय पर समाचार शीर्षक, उद्धरण या साक्षात्कार आदि भी जोड़ सकता हूँ — बस बताइए!