जम्मू-कश्मीर के Gurez सेक्टर में घुसपैठ नाकाम






इधर सुरक्षा मोर्चे पर भी भारत के लिए बड़ी खबर आई। जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज़ सेक्टर में भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त रूप से एक घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी।




सूत्रों के अनुसार, यह अभियान “Operation Naushera Nar IV” के तहत चलाया गया। सुरक्षा बलों ने सीमा पर संदिग्ध हलचल देखी और तुरंत कार्रवाई शुरू की। मुठभेड़ में दो आतंकवादी ढेर कर दिए गए। सेना ने पूरे इलाके की कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन (CASO) से घेराबंदी कर तलाशी अभियान भी चलाया।

गुरेज़ सेक्टर भौगोलिक रूप से बेहद संवेदनशील क्षेत्र है। यहां की दुर्गम पहाड़ियां और नदी घाटियां आतंकियों के लिए घुसपैठ का आसान रास्ता बन जाती हैं। खासकर सर्दियों से पहले, जब ऊँचाई वाले दर्रे बर्फ से बंद हो जाते हैं, आतंकवादी संगठन अक्सर घुसपैठ की कोशिशें तेज कर देते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि स्थानीय आतंकवादियों की भर्ती में भारी गिरावट आई है, इसलिए पाकिस्तान से भेजे गए विदेशी आतंकवादी अब ज़्यादा सक्रिय किए जा रहे हैं। बीते कुछ महीनों में उरी और कुपवाड़ा जैसे इलाकों में भी इसी तरह के कई ऑपरेशन हुए हैं।
भारतीय सेना ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी घुसपैठ की कोशिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि “हमारी सतर्कता ही दुश्मन को नाकाम करती है और इसी कारण से आज आतंकियों को उनके मंसूबों में नाकामी मिली।”
निष्कर्ष:
आज की दो खबरें भारत की दो अलग चुनौतियों को सामने रखती हैं। एक ओर, देश तेजी से डिजिटल होते भविष्य में कानूनी और संवैधानिक सवालों से जूझ रहा है—जहां ऑनलाइन गेमिंग उद्योग अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। दूसरी ओर, सुरक्षा मोर्चे पर देश की सीमाएं अभी भी दुश्मनों के निशाने पर हैं, लेकिन भारतीय सेना और सुरक्षा बलों की सतर्कता ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारत अपनी रक्षा करने में सक्षम है।
