अमेरिकी टेक कंपनियों पर चीन और रूस का ‘हनी ट्रैप’? रिपोर्ट में तकनीकी रहस्य चुराने का गंभीर आरोप






एक सनसनीखेज रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन और रूस अमेरिकी प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सेंध लगाने के लिए ‘हनी ट्रैप’ का इस्तेमाल कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों देश कथित तौर पर आकर्षक महिला एजेंटों का इस्तेमाल अमेरिकी टेक कंपनियों के वरिष्ठ कर्मचारियों को फंसाने और उनसे संवेदनशील तकनीकी रहस्य चुराने के लिए कर रहे हैं।




क्या है पूरा मामला?

‘न्यूयॉर्क पोस्ट’ द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह सब एक बड़ी ‘सूचना युद्ध’ (इन्फो वॉर) का हिस्सा है। आरोप है कि इन महिला एजेंटों को विशेष रूप से अमेरिकी टेक जगत के उच्च-पदस्थ अधिकारियों को निशाना बनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
एक जोखिम मूल्यांकन फर्म के खुफिया अधिकारी ने ‘द टाइम्स’ को बताया कि हाल के दिनों में उन्हें लिंक्डइन (LinkedIn) पर आकर्षक चीनी महिलाओं से जुड़ने के कई अनुरोध प्राप्त हुए हैं, जिसे वे एक सामान्य घटना नहीं मानते।
गहरे हो रहे हैं संबंध, बढ़ रहा है खतरा
रिपोर्ट में अमेरिकी प्रशासन के एक पूर्व कर्मचारी का भी जिक्र है, जो वर्तमान में सिलिकॉन वैली के एक स्टार्ट-अप में काम करते हैं। उन्होंने दावा किया कि एक खूबसूरत रूसी महिला, जो पहले एक अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी में काम करती थी, ने उनके एक सहकर्मी से शादी कर ली। उनका संदेह है कि यह शादी सामान्य नहीं है, बल्कि इसके पीछे जासूसी का एक गहरा मकसद हो सकता है।
इस पूर्व अधिकारी ने यह भी दावा किया कि इस तरह के विवाह या संबंध हाल के दिनों में बढ़े हैं। उनके अनुसार, “चीन या रूस की ये महिलाएं अक्सर अपने ‘टेक टारगेट’ से शादी कर लेती हैं और उनके बच्चे भी होते हैं, लेकिन इसके बावजूद वे जासूसी करना नहीं छोड़तीं।”
चीन ने किया आरोपों का खंडन
इन गंभीर आरोपों पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। वाशिंगटन स्थित चीनी दूतावास के एक प्रवक्ता ने इन सभी दावों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि चीन, देश के अंदर और बाहर, दोनों जगह बौद्धिक संपदा अधिकारों (Intellectual Property Rights) का पूरा सम्मान करता है और संबंधित कानूनी प्रतिबंधों का पालन करता है।
यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब अमेरिका, चीन और रूस के बीच तकनीकी वर्चस्व को लेकर तनाव पहले से ही चरम पर है।
