December 8, 2025

बंगाल की प्रोफेसर अर्पिता पात्रा ने रचा इतिहास, 4 महाद्वीपों की चोटियों पर फहराया तिरंगा

0
Screenshot_2025-10-27-16-31-06-994-edit_open.kgp

पश्चिम बंगाल की एक समर्पित शिक्षिका और पर्वतारोही, प्रोफेसर अर्पिता पात्रा ने पर्वतारोहण के क्षेत्र में एक अद्वितीय कीर्तिमान स्थापित किया है। अपनी अकादमिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए, अर्पिता ने अब तक चार विभिन्न महाद्वीपों की चुनौतीपूर्ण चोटियों को सफलतापूर्वक फतह किया है, जिससे देश का गौरव बढ़ाया है।

उनकी हालिया और सबसे महत्वपूर्ण विजय उत्तरी अमेरिका के सबसे ऊंचे ज्वालामुखी, पिको दे ओरीज़ाबा (5636 मीटर) की चढ़ाई है, जो मेक्सिको की भी सर्वोच्च चोटी है। अर्पिता पात्रा यह साहसिक कार्य पूरा करने वाली पहली बंगाली महिला और भारत की दूसरी महिला पर्वतारोही बन गई हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने 4200 मीटर ऊंचे बेस कैंप से जमापा ग्लेशियर के शून्य से 20 डिग्री नीचे के जमा देने वाले तापमान का सामना करते हुए, इस दुर्गम चोटी पर सफलतापूर्वक आरोहण किया।

प्रोफेसर पात्रा की यह महत्वाकांक्षी यात्रा, जिसे उन्होंने ‘एक्सपीडिशन अपराजिता’ नाम दिया है, पिछले वर्ष शुरू हुई थी। उन्होंने पिछले साल मात्र 46 दिनों के भीतर अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो और यूरोप के सबसे ऊंचे ज्वालामुखी माउंट एल्ब्रश पर विजय प्राप्त करके अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया था।

इस वर्ष मई में भी, उन्होंने अपनी विजय गाथा जारी रखते हुए ओशिनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट कोज़िअस्को और वहां के सबसे ऊंचे ज्वालामुखी माउंट गिलुउई पर तिरंगा फहराया।

एक प्रोफेसर के रूप में अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद, अर्पिता को पर्वतारोहण के लिए प्रेरणा ऑस्ट्रेलियाई नाविक जेसिका वॉटसन की बायोपिक ‘टू स्पिरिट’ से मिली। उनका अगला लक्ष्य दक्षिण अमेरिका में स्थित 7000 मीटर ऊंचे ओहोस डेल सलाडो ज्वालामुखी पर चढ़ाई करना है। अर्पिता का अंतिम और सबसे बड़ा सपना दुनिया के सभी सातों महाद्वीपों की सर्वोच्च चोटियों को फतह करके ‘सेवन समिट्स’ का गौरव हासिल करना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *